एक मोटे अनुमान के मुताबिक अगले 40 साल में भारत की परमाणु बिजली उत्पादन की क्षमता 100 गुना तक बढ़ सकती है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो 2050 तक देश में 4,70,000 मेगावाट परमाणु बिजली पैदा हो सकती है। इस समय देश में 4560 मेगावाट परमाणु बिजली पैदा हो रही है।
परमाणु बिजली के पक्ष में एक बड़ा तर्क यह है यह परंपरागत ईंधन से बनाई गई बिजली से सस्ती होगी। एनपीसीआईएल की दरों को देखें परमाणु बिजली के सस्ते होने के संकेत मिलते हैं। पारंपरिक ईंधन से बनाई गई बिजली कई राज्यों में चार से पांच रुपये प्रति यूनिट की दर से बिक रही है। जबकि एनपीसीआईएल के विभिन्न रियेक्टरों से हासिल बिजली की औसत कीमत 2.40 रुपये प्रति यूनिट पड़ती है।
लेकिन जापान के फुकुशिमा के न्यूक्लियर रियेक्टरों में जो कुछ हुवा उसको देख के एसा लगता है की ये न्यूक्लियर रिएक्टर विकास के लिए नहीं बल्कि विनाश के लिए है |
भारत के परमाणु रियेक्टर---
हरियाणा : 700 मेगावाट के 4 रियेक्टर (प्रस्तावित)
यूपी (नरौरा) : 220 मेगावाट के 2 रियेक्टर (उत्पादन जारी)
पश्चिम बंगाल (हरिपुर) : 1000 मेगावाट के 6 रियेक्टर ( प्रस्तावित)
मध्यप्रदेश : 700 मेगावाट के दो रियेक्टर (प्रस्तावित )
आंध्रप्रदेश (कवड्डा) : 1000 मेगावाट के 6 रियेक्टर
तमिलनाडु (कलपक्कम) : 200 मेगावाट के 2 रियेक्टर (उत्पादन जारी)
तलिनाडु (कुडनकुलम) : 1000 मेगावाट के 2 रियेक्टर (काम शुरू)
1000 मेगावाट के 4 रियेक्टर ( उत्पादन जारी)
कर्नाटक (कैगा) : 220 मेगावाट के 4 रियेक्टर (उत्पादन जारी)
महाराष्ट्र (जैतापुर) : 1650 के 6 रियेक्टर (प्रस्तावित)
तारापुर : 160 मेगावाट के 2 रियेक्टर (उत्पादन जारी)
540 मेगावाट के 2 रियेक्टर (उत्पादन जारी)
गुजरात (मिठीविरदी) : 1000 मेगावाट के 6 रियेक्टर ( प्रस्तावित)
काकरापार : 220 मेगावाट के 2 रियेक्टर (उत्पादन जारी)
700 मेगावाट के 2 रियेक्टर (2010 में लांच परियोजना)
राजस्थान (रावतभाटा) : 100 मेगावाट का 1 रियेक्टर (उत्पादन जारी)
200 मेगावाट का 1 रियेक्टर (उत्पादन जारी)
200 मेगावाट के 4 रियेक्टर (उत्पादन जारी)
700 मेगावाट के 2 रियेक्टर (2010 में लांच परियोजना)
परमाणु बिजली के पक्ष में एक बड़ा तर्क यह है यह परंपरागत ईंधन से बनाई गई बिजली से सस्ती होगी। एनपीसीआईएल की दरों को देखें परमाणु बिजली के सस्ते होने के संकेत मिलते हैं। पारंपरिक ईंधन से बनाई गई बिजली कई राज्यों में चार से पांच रुपये प्रति यूनिट की दर से बिक रही है। जबकि एनपीसीआईएल के विभिन्न रियेक्टरों से हासिल बिजली की औसत कीमत 2.40 रुपये प्रति यूनिट पड़ती है।
लेकिन जापान के फुकुशिमा के न्यूक्लियर रियेक्टरों में जो कुछ हुवा उसको देख के एसा लगता है की ये न्यूक्लियर रिएक्टर विकास के लिए नहीं बल्कि विनाश के लिए है |
भारत के परमाणु रियेक्टर---
हरियाणा : 700 मेगावाट के 4 रियेक्टर (प्रस्तावित)
यूपी (नरौरा) : 220 मेगावाट के 2 रियेक्टर (उत्पादन जारी)
पश्चिम बंगाल (हरिपुर) : 1000 मेगावाट के 6 रियेक्टर ( प्रस्तावित)
मध्यप्रदेश : 700 मेगावाट के दो रियेक्टर (प्रस्तावित )
आंध्रप्रदेश (कवड्डा) : 1000 मेगावाट के 6 रियेक्टर
तमिलनाडु (कलपक्कम) : 200 मेगावाट के 2 रियेक्टर (उत्पादन जारी)
तलिनाडु (कुडनकुलम) : 1000 मेगावाट के 2 रियेक्टर (काम शुरू)
1000 मेगावाट के 4 रियेक्टर ( उत्पादन जारी)
कर्नाटक (कैगा) : 220 मेगावाट के 4 रियेक्टर (उत्पादन जारी)
महाराष्ट्र (जैतापुर) : 1650 के 6 रियेक्टर (प्रस्तावित)
तारापुर : 160 मेगावाट के 2 रियेक्टर (उत्पादन जारी)
540 मेगावाट के 2 रियेक्टर (उत्पादन जारी)
गुजरात (मिठीविरदी) : 1000 मेगावाट के 6 रियेक्टर ( प्रस्तावित)
काकरापार : 220 मेगावाट के 2 रियेक्टर (उत्पादन जारी)
700 मेगावाट के 2 रियेक्टर (2010 में लांच परियोजना)
राजस्थान (रावतभाटा) : 100 मेगावाट का 1 रियेक्टर (उत्पादन जारी)
200 मेगावाट का 1 रियेक्टर (उत्पादन जारी)
200 मेगावाट के 4 रियेक्टर (उत्पादन जारी)
700 मेगावाट के 2 रियेक्टर (2010 में लांच परियोजना)